बुधवार, 5 दिसंबर 2012

शौर्य दिवस से पहले -1990 मे अयोध्या मे कार सेवको के नरसंहार के दो दुर्लभ किन्तु हृदयविदारक वीडियो


Killing of  hindu karsewak in 1992


हिन्दू भाइयों 6 दिसंबर को हर साल  हम शौर्य दिवस मानते हैं॥ मगर जरा सोचें,इसके पीछे कितने बलिदान हुकितनी माताओं ने अपने पुत्र खोये ,कितनी बहने आज भी विधवा हो कर जी रही है ,क्या हुआ होगा उस बाप का जिसने अपने दो दो बेटो की गोलियों से छलनी हुआ लाश को देखा ?? ये सब किया तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस और उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने॥ रामभक्तों को गोलियो से छलनी कर उनके शरीर मे बालू के बोरे बांध कर उनकी लाश सरयू मे फेक दी गयी । सोचिए क्या बीती होगी उस परिवार पर जिसने किसी अपने की सड़ी गली और जानवरो की खाई हुई लाशें यमुना से कई हफ़्तों बाद निकाली होगी कार सेवको को हेलीकाप्टर से चुन चुन कर निशाना बनाया गया,और गोली आँख मे या सर मे मारी गयी ॥ क्यू ??? क्यूकी हम हिंदुस्थान के हिन्दू थे ॥ आज वर्षो बाद ये वीडियो मिला ॥शायद  हृदय विदारक है मगर आप से अनुरोध है इसे एक बार जरूर देखें और जाने की वो अयोध्या जो बाबर के औलादों के चंगुल मे थी किस प्रकार के बलिदान दे कर हमारे हिन्दू वीरो ने मुक्त कराया ॥ मै यहाँ आज मुल्ला यम सिंह के गोलीकांड के दो वीडियो पोस्ट कर रहा हूँ जो आज से 22 साल पुराने हैं और इसे देखने वाले को कभी इस वीडियो पर सरकार ने बैन लगा रखा था ।


1 पहले वीडियो मे : किस प्रकार पुलिस सैकड़ो कारसेवको की हत्या कर रही है । किस प्रकार एक लाल ट्रक मे अंगिनतों लाशों को मुल्ला यम की पुलिस सबसे बचाकर ले जा रही है । कार सेवको की लाशों से पटी एक गली। घरो से निकालकर गोली मारने वाले पुलिस वाले ॥ गोली लगने के बाद मरते मरते भी  “जय श्री राम” बोलते अमर बलिदानी कार सेवक प्रत्यक्षदर्शी लोग और घरो से निकाल कर मारे गए कारसेवको की लाशें॥  




2 दूसरे
  वीडियो मे: कलकत्ता से आये दो कोठारी भाइयों मे से एक ने ने हिन्दू स्वाभिमान के लिए कलंक के ढाँचे पर चढ़ कर भगवा ध्वज फहरा दिया। झण्डा फहराकर वो नीचे आ के पास के एक घर मे गए और मुल्ला यम सिंह के आदेश पर उन्हे घर से निकालकर सिर मे गोली मार दी गयी। दूसरा भाई जब उन्हे बचाने गया उसे भी गोली मार दी गयी उन दोनों रामभक्तों की लाशें और बिलखते परिजन। एक बच्ची बताती हुई की कैसे मुल्ला यम की पुलिस ने लूट और हत्या को अंजाम दिया॥ सैकड़ो रामभक्तों की लाशों को बोरे मे बांधकर सरयू नदी  मे फिकवाया गया एवं  राम भक्तो की बालू के बोरे से बंधी लाशें निकालते परिजन,एक लगभग 10 साल के बच्चे की बोरे मे बंधी लाश एवं 
लाशें निकालते स्थानीय लोग...


शायद  इस वीडियो के देखने के बाद हर हिन्दू को ये अनुभूति हो की इस शौर्य दिवस के लिए हम हिन्दुओ ने हिंदुस्थान मे  किस प्रकार का भीषण नर संहार झेला है ॥ मै पिछले 15 सालो से लिख रहा हूँ मगर  शायद पहली बार इस वीडियो के साथ ये चंद पंक्तीया लिखने मे मै अनवरत बहते आसूओं को रोक नही पा रहा ॥ 
हमने राम की नागरी मे पूजा का अधिकार मांगा बदले मे गोलीयाँ मिली , जो चले गए वो वापस नहीं आ सकते मगर अयोध्या के राम मंदिर की एक इंच भी जमीन देकर हम इन वीरों  के अतुल्य बलिदान का अपमान नहीं करेंगे। 

 सौगंध राम की खाते हैं ,हम मंदिर भव्य बनाएँगे"